पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस क्या है?

किडनी का प्रमुख कार्य शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को छानकर बाहर निकालना होता है। किडनी अपशिष्टों को पानी के साथ मिलाकर ब्लैडर की तरफ भेजती है। ब्लैडर इसे यूरिन पास करने के समय तक रोककर रखता है। ब्लैडर की मांसपेशियों के सिकुड़ने पर स्पिनच्टर (sphincter) आराम करता है, जिससे यूरिन को पेनिस के जरिए शरीर से बाहर छोड़ा जा सके। ऐसे में शरीर पर किसी भी प्रकार के दबाव की वजह से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या हो जाती है। 

पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (Urinary Incontinence) के क्या लक्षण हैं?

स्ट्रेस यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट या पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं:

1.

– छींकने, खांसने, हसने, कुछ उठाने, पॉश्चर में बदलाव या अन्य किसी कार्य को करने पर ब्लैडर पर दबाव पड़ने पर यूरिन लीक होता है। नुकसान की तीव्रता के आधार पर यह समस्या हल्की या धीरे-धीरे यूरिन लीक हो सकता है

– यहां तक कि ब्लैडर में कम मात्रा में यूरिन के होने पर भी यह अहसास हो सकता है। ओवरएक्टिव ब्लैडर से यूरिन पास करने का एक मजबूत दबाव बनता है, लेकिन ओवरएक्टिव ब्लैडर वाले हर व्यक्ति का यूरिन लीकेज नहीं होता है।

2.

– ब्लैडर के गलत समय पर सिकड़ने पर भी यह समस्या पैदा होती है।

3.

– यूरिन का कमजोर प्रवाह।

4.

– हल्की मात्रा में यूरिन का लीक होना।

5.

– यूरिन पास करते वक्त तनाव होना और ब्लैडर के खाली न होने का एक अहसास होना।

– रात में तुरंत यूरिन पास करने का अहसास होना।

6.

– रात में सोते वक्त यूरिन लीकेज होना।

7.

मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपको उपरोक्त लक्षणों या संकेतों का अनुभव होता है तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें। हालांकि, पुरुषों में यूरिन इनकॉन्टिनेंस में हर व्यक्ति की बॉडी अलग ढंग से प्रतिक्रिया देती है। स्थिति को बेहतर तरीके से समझने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का क्या कारण है?

2

कैंसर वाली प्रोस्टेट ग्लैंड को निकालना, जिसकी वजह से यूरिन पास करने में परेशानी आना। यूरिनरी स्पिनच्टर का क्षतिग्रस्त होना, जिससे पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट की समस्या पैदा होती है।

1

इसके अतिरिक्त, प्रोस्टेट ग्लैंड को निकालने से फिजिकल सपोर्ट हटने से स्पिनच्टर को कार्य करने में समस्याएं पैदा होती हैं। इससे पुरुषों में यूरिन इनकॉन्टिनेंस की समस्या उत्पन्न होती है 

2

किन कारकों से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का खतरा रहता है?

– अधिक उम्र

– शारीरिक गतिविधियों या एक्सरसाइज की कमी

– प्रोस्टेट कैंसर या इनलार्ज प्रोस्टेट जैसी समस्याएं

– न्यूरोलॉजिकल समस्या जैसे पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर रोग, मल्टीपल स्क्लेरोसिस

– जन्मदोष

Title 3

पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का निदान कैसे किया जाता है?

– इस बीमारी का पता लगाने के लिए आपका डॉक्टर कई प्रकार की जांच कर सकता है ताकि इसके असल कारण का पता चल सके।

– फिजिकल जांच के साथ मेडिकल हिस्ट्री या अन्य प्रकार के टूल्स जैसे फ्लो टेस्ट, ब्लड टेस्ट, साइटोस्कोपी (Cytoscopy) और यूरोडायनेमिक टेस्टिंग से इसका पता चल सकता है।

पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का इलाज कैसे किया जाता है?

1.  नॉन-इनवेसिव ट्रीटमेंट

2.  सर्जिकल इलाज

3.  फार्मास्युटिकल ट्रीटमेंट

Urologist in Jaipur

MBBS, Ms, MCh (Urology)